आदमी पानी से निकलकर
मिट्टी पर आया
और अंततः मिट्टी में मिल गया
फिर भी वह
अपनी जगह बनाता रहा
परिवर्तनों के बीच
मनुष्य न पानी को
और ना ही मिट्टी को
अपना आधार बना पाया
अपने साथ खुली हुई मुट्ठियां लेकर चला गया
जब भी आदमी पानी से निकल कर मिट्टी पर आया
मिट्टी को कहां कितना अपनाया
आदि से अंत तक
मिट्टी ने ही उसे
अपनी गोद में सुलाया
No comments:
Post a Comment