देश की राजनीति का कारवां
संक्रामक काल के रास्ते पर तेजी के साथ गुजर रहा है, देश की राजनीति का कारवां। रास्ते में जगह-जगह मील के पत्थर गाड़े गए हैं जिन पर लिखा है-जनकल्याण, सर्वांगीण विकास, जवान और किसान की प्रगति किन्तु अन्तिम लक्ष्य लोभलाभी सत्ता है। आज तो भारतीय लोकतंत्र की यही वोटवादी महत्ता है।
ऐसे माहौल में आम जनता को सचेत होना है। अन्यथा देश की आजादी को खोना है और अपनी अचेतनता पर रोना है।
-स्वदेश भारती
No comments:
Post a Comment