इतस्ततः-1
प्रथम पुरूष - प्रश्न द्वितीय पुरुष - उत्तरभारत महान-वर्तमान राजनीति - अहा, अहा, अहा
नीति, न्याय, आमजन-सेवा-संगति - आह, आह, आह
परिवर्तन, विकास, उन्नयन-प्रगति - हाय, हाय, हाय,
भाषा, साहित्य, धर्म, संस्कृति की नियति - हरे राम, हरे राम, हरे राम
सत्ता की लोभलाभी दौड़ की गति - वाह, वाह, वाह
- स्वदेश भारती
04-11-2017
उत्तरायण
331, पशुपति भट्टाचार्य रोड
कोलकाता-700 041
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